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I am Subodh Yadav, founder/President of Uttar Pradesh Police Association.

29/07/2018

"उत्तर प्रदेश पुलिस बफादार नहीं "

जय हिन्द   ! 
"आप बीती जिसका दर्द यू.पी.पुलिस नहीं समझती"
      शासन द्वारा प्रदत्त सुबिधाए ,एवं कल्याण हेतु जाे साशनादेश एवं आदेश अराजपत्तरित पुलिस हेतु निर्गत किए जाते हैं ,
उनका पालन नहीं हाेता जिस कारण पीडि़त पुलिस काे न ही सुबिधाए मिल पाती और न ही कल्याण हाे पाता   !
   और यह सिलसिला जब से पुलिस बिभाग का गठन हुआ तब से यह जारी है ,
पुलिस के ज्यादातर उच्चाधिकारी / आई.पी.एस. अराजपत्तरित पुलिस काे अपने  पैर के जूते की तरह इस्तेमाल करते हैं  ,
जब भी पीडि़त पुलिस के हक की बात हाेगी
   तानासाह उस  ब्यवस्था में बॉधा उत्पन्न कर देते हैं   !
हमारा कुछ गद्दार समाज भी है जाे न ही उत्पीड़न के किलाफ खडा़ हाे पाता , और जाे इनकी मदद के लिए खडा़ भी हाेता  उसका ये अपमान करते/मखाैल /दुष्प्रचार करते
ऐसे लाेगाें की बजह से भी पीडि़त पुलिस  का  दिनाें दिन उत्पीड़न बड़ता चला जा रहा  !

   मेरे प्रयास से तत्कालीन मुख्यमन्त्री श्री अखिलेश यादव द्वारा सबसे महत्वपूर्ण
म्रतक पुलिस काे सहीद का दर्जा दिया जिसमें
सहीद की पत्नी काे एवं मॉता,पिता काे आर्थिक सहयाेग का शासनादेस जारी किया
और एक एतिहासिक ब्यवस्था का निर्माण किया
,
उसके बाद चिकित्सा प्रतिपूर्ति का साशनादेश जारी किया ,

प्रमाेशन की पूरी प्रक्रिया ही बदल दी ,
AP के नाम पर वर्षाें पुलिस लाइन में सिपाही तैनात रहते थे वह भी बदल दी
और बहुत सारे पीडि़त पुलिस के पक्ष में शासनादेश ,आदेश निर्गत किए  !

हमें वर्तमान मुख्यमन्त्री श्री याेगी आदित्यनाथ जी का भी एहसान मानना चाहिए जिन्हाेंने
सहीद के आश्रिताें केा मिलने बाली आर्थिक मदद 25 लाख से बडा़कर 50 लाख कर दी  !

और प्रमाेशन प्रकि्या जाे पूर्ववर्ती सरकार द्वारा लागू की गयी उसमें काेई बदलाव नहीं किया   !

मेरा मानना है कि पुलिस के लिए सबसे कष्टदायी शासन माननीया मायावती जी का रहा
जिसमें लगभग 20 हजार सिपाही इकट्ठे बर्खास्त कर दिए ,

और  श्री परसुराम कष्यप ,श्री रामलाल गाैड़, श्री  क्रष्णमुरारी पाल , आदि चतुर्थ श्रेणी पुलिस एसाेसिएशन ,के पदाधिकारी बर्खास्त किए गये  !
और उत्तर प्रदेश पुलिस एसाेसिएशन के  श्री सुबाेध यादव , श्री अबिनाश पाठक
बर्खास्त किए गये  , तथा श्री चन्द्रिका यादव काे 3 वर्ष तक न्यूनतम बेतन पर किया गया  !
हम सभी पदाधिकारियाें पर झूठे मुकद्दमें दर्ज हुए जिन्हैे हम सभी पीडि़त
लड़ रहे हैं   !
पर हम सब आप सबके सच्चे हितैसी हैं आप लाेग स्वीकार करें या न करें हम सभी लाेग आपके परिबार सहित सच्चे शुभचिन्तक हैं   !
   
          सुबाेध यादव अन्ना
                      अध्यक्ष
उत्तर प्रदेश पुलिस एसाेसिएशन
        

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